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हाफ गर्लफ्रेंड

मैं पटना से हैं। एनीवे इन लोगों को बॉस्केटबॉल में अपनी अचीवमेंट्स के बारे में बताओ, पीयूष ने कहा।

मैंने सिर हिला दिया। पीयूष मेरी नर्वसनेस को भाँप गए और फिर बोलने लगे, टेक योर टाइम में भी हिंदी-

मीडियम है, इसलिए तुम्हारी परेशानी समझ सकता है।' तीनों प्रोफेसर पीयूष की तरफ देखते रहे. मानो सोच रहे हों कि इसको कॉलेज में नौकरी कैसे मिल गई।

मैंने खुद को संभाला और वे पंक्तियों बोलने लगा, जिनकी में रिहर्सल करके आया था। 'सर, मैंने छह साल तक स्टेट लेवल बास्केटबॉल खेला है। पिछले साल में बीएफआई नेशनल टीम की वेटिंग

लिस्ट में था।'

'बीएफआई?' प्रो. गुप्ता ने पूछा।

'बॉस्केटबॉल फेडरेशन ऑफ इंडिया, पीयूष ने मेरी जगह जवाब दिया, हालांकि मुझे भी यह जवाब पता था। "और आप सोशियोलॉजी की पढ़ाई करना चाहते हैं? क्यों प्रो. फर्नांडीस ने कहा।

"क्योंकि यह सरल कोर्स है और इसके लिए ज्यादा पढ़ाई करने की जरूरत नहीं होती, क्यों?" प्रो. गुप्ता ने मैं समझ नहीं पा रहा था कि क्या प्रो. गुप्मा को मुझसे कोई प्रॉब्लम थी या उनका स्वभाव ही ऐसा तुनकमिजाज

टिप्पणी की।

था, या फिर उन्हें कब्ज की शिकायत थी।

"आई एम फ्रॉम रूरात एरिया । 'आई एम फ्रॉम अ रूरल एरिया, गुप्ता ने 'अ' पर जोर देते हुए कहा, मानो इसको न बोलकर मैंने बहुत बड़ा

गुनाह कर दिया हो।

"हिंदी, तर क्या मैं हिंदी में एक्सप्लेन कर सकता हूँ?"

किसी ने जवाब नहीं दिया। मेरे पास ज्यादा च्वाइस नहीं थी। मैंने चास लिया और अपनी भाषा में जवाब देने

लगा। 'मेरी माँ एक स्कूल चलाती हैं और गाँव वालों के साथ काम करती हैं। मैं हमारे समाज के बारे में और जानना

चाहता था। हमारे गाँव इतने पिछड़े हुए क्यों हैं। हमारे यहाँ जाति और धर्म के नाम पर इतने मत भेद क्यों हैं? मुझे

लगा. इनमें से कुछ सवालों के जवाब मुझे इस कोर्स में मिल सकेंगे।'

प्रो. गुप्ता मेरी बात को बहुत अच्छे से समझ गए थे, लेकिन वे उस किस्म के आदमी थे, जिन्हें इंग्लिश स्पीकिंग लोग अपटाइट पिक' कहते हैं। उन्होंने पीयूष से कहा कि मैंने जो कुछ कुछ कहा, उसे वे ट्रांसलेट करके उन्हें समझाएँ। 'दैट्स अ गुड रीजन, पीयूष की बात खत्म होते ही प्रो. परेरा ने कहा 'लेकिन अब तुम दिल्ली में हो। यदि तुम

स्टीफेंस से पासआउट हो गए, तो तुम्हें बड़ी कंपनियों में जॉब मिलेंगे। तुम लौटकर अपने कस्बे में जाओगे?' उनकी

चिंता जायज थी। मुझे उनका सवाल समझने में कुछ पल का वक्त लगा। पीयूष ने ट्रांसलेट करने का प्रस्ताव रखा, लेकिन मैंने इशारे से उन्हें मना कर दिया।

'मैं जाऊंगा सर मैंने अंतत: कहा। मैंने इसके लिए कोई कारण नहीं बताया। मैंने उन्हें यह बताने की जरूरत नहीं समझी कि मैं वहाँ इसलिए जाऊंगा, क्योंकि मेरी माँ वहाँ अकेली थीं। मैंने यह भी नहीं कहा कि हम सिमराँव के शाही खानदान से ताल्लुक रखते थे, अलबत्ता अब हमारे खानदान में कुछ भी शाही नहीं रह गया था।

'तो हम तुमसे बिहार के बारे में कुछ पूछेंगे प्रो. फर्नांडीस ने कहा ।

"श्योर।"

'बिहार की आबादी कितनी है?

'दस करोड़।'

'बिहार में कौन सरकार चला रहा है?" "फिलहाल तो लालू प्रसाद की पार्टी

"कौन-सी पार्टी" 'आरजेडी- राष्ट्रीय जनता दल

एक सवाल ने मुझे स्टम्पड कर दिया। "बिहार इतना बैकवर्ड क्यों है" प्रो. गुप्ता ने पूछा।

मुझे इस सवाल का जवाब नहीं पता था, न हिंदी में न इंग्लिश में पीयूष ने मेरी तरफ से जवाब देने की कोशिश

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